फ़रीदाबाद के बल्लभगढ़ में सरेआम 21 साल की एक छात्रा निकिता तोमर की गोली मारकर हत्या करने के मामले में दोषियों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। हालांकि, मृत पीड़िता के पिता ने मांग की है कि ‘केस का जल्द निपटारा करके दोषियों को फांसी दी जाए।’

मृतका के पिता- ‘FIR वापस नहीं लेनी चाहिए थी’

बता दें कि गोली चलाने वाला मुख्य आरोपी तौसीफ कथित तौर पर निकिता से प्यार करता था और 2018 में उसका अपहरण भी किया था जिसके बाद पीड़िता के परिवार ने FIR दर्ज करवाई। हालांकि, आपसी समझौते के बाद FIR वापस ले ली गई।

इसे अपनी भूल बताते हुए, उनके पिता ने कहा- “2018 में जो घटना हुई थी उस समय हमने FIR करवाई थी और एक्शन भी लिया गया था। हमने लोक लाज और उनका पॉलिटिकल बैकग्राउंड देखकर केस वापिस ले लिया था। उनकी तरफ से आश्वासन भी मिला था कि कभी कोई परेशानी नहीं होगी। अब मुझे लगता है कि उस समय मैंने गलत किया।”

आगे उन्होंने त्वरित कार्रवाई की मांग करते हुए कहा- “अब दोषियों को जल्द से जल्द फांसी दी जाए और केस का निपटारा किया जाए। भारत की न्यायपालिका पर मुझे पूरा विश्वास है। मैं तो सभी से विनती करता हूं कि कुछ ऐसा कानून बनाया जाए कि अगर सबूत पहले ही मौजूद हों तो अपराधियों को जल्द से जल्द फांसी दी जाए।”

क्या है पूरा मामला?

गौरतलब है कि सोमवार को हरियाणा के बल्लभगढ़ में एक 21 वर्षीय लड़की को उसके कॉलेज के बाहर गोली मार दी गई। ये घटना तब हुई जब युवती अपना पेपर देकर कॉलेज से बाहर आ रही थी। उस समय एक गाड़ी वहां पहुंची जिसमें से तौसीफ नाम का लड़का बाहर निकला और उसने मृत पीड़िता को अगवा करने की कोशिश की और उसे जबर्दस्ती गाड़ी में बैठाने लगा। लेकिन जब युवती ने विरोध किया तो उसे गोली मार दी गई। फिर उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई।

मेवात से तौसीफ को गिरफ्तार किया गया जबकि, रेहान जो गाड़ी चला रहा था, उसे कुछ घंटों बाद पकड़ा गया। तीसरे आरोपी अजरु को गुरुवार को पकड़ा गया। उसने तौसीफ को हथियार मुहैया कराया था। तौसीफ और रेहान को 14 दिन की हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस ने बताया कि निकिता और तौसीफ एक-दूसरे को पहले से जानते थे और तौसीफ काफी समय से पीड़िता को परेशान कर रहा था।